..... वो कहते हैं न कि एक बार उद्देश्य तय कर लो, फिर उसे हासिल (Achieve) करना एक सफर तय करने जैसा ही है और इसका मजा ही कुछ और होता है। हमारे और आपके बीच में कई लोगों ने इस सफर का मजा लिया है और कई अब भी ले रहे हैं।
देर आए, दुरुस्त आए... सोच तो लिया कि क्या बनना है और क्या करना है, लेकिन कुछ समय में ही कामयाबी से पहले आने वाली मुश्किलों का भी अंदाजा लग गया। फिर भी कदम बढ़ाए और मंजिल की ओर चलते गए। याद रहे कि उद्देश्य जितना बड़ा होगा, संघर्ष भी उतना ही करना होगा।
कामयाबी कैसे हासिल करें
इस सफर का मजा तभी आएगा जब आपका मन अपने लक्ष्य की ओर आगे बढ़ने में लगेगा। ईमानदार कोशिशें हमेशा सफल होती हैं। हालांकि इस दौरान कई बार आसपास का माहौल हमें रुकने को मजबूर करता है। तब छोटे से छोटा गोल (Goal) भी एवरेस्ट की चढ़ाई जैसा लगता है। यही वक़्त होता है जब आपके धैर्य की परीक्षा होती है। तो मित्रों... इसमें अगर पास हो गए तो कोई ताकत आपको सफल होने से नहीं रोक सकती है। हां.....कई बार वक़्त ज्यादा लग सकता है, लेकिन सफलता जरूर मिलती है। तो हौसले को बरकरार रखिए, आगे कई सफलताएं आपका इंतजार कर रही है।
टाइम मैनेजमेंट है जरूरी
इससे पहले कि अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिए आगे बढ़ें, इसके लिए सही तैयारी करना भी बहुत जरूरी है। खुद को रिचार्ज करें, टाइम मैनेजमेंट (Time Management) और लक्ष्य की अहमियत को नजरअंदाज न करते हुए आगे बढ़ें। हम सबने भी ऐसा ही किया और अपने उद्देश्यों को पूरा करते गए।
चलिए सफलता तो हासिल कर ली, लेकिन इसे संजोकर रखना ज्यादा बड़ा अचीवमेंट है हम सबके लिए। अक्सर अति आत्मविश्वास या कभी-कभी अनजाने में हुईं गलतियां एक झटके में अर्श से फर्श पर लाकर खड़ा कर देती हैं........
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